आजकल की आधुनिक, व्यस्त व तनावपूर्ण जीवनशैली मुख्य कारण बनती जा रही है नि:सन्तानता का | विभिन्न कारणो से माता-पिता न बन पाना जीवन को और भी तनाव पूर्ण बना देता है | ऐसे समय आवश्यकता है, अनुभवी व विश्वसनीय सलहाकार की जो आपको दे सके आपकी शारीरिक परिस्थितियों के अनुसार सटीक, स्पष्ट व अनुभवी जानकारी व करे आपकी समस्याओं का सही समाधान | आई.वी.एफ. तकनीक ने बढ़ाया एक कदम नि:सन्तानता से सन्तानता की ओर | आधुनिक तकनीक ने अब महंगे इलाज को बनाया किफायती ताकि आम, मध्यम वर्ग नागरिक भी माँ-बाप बनने का सपना सच कर सके |
आइये जाने आई.वी.एफ. पर होने वाला खर्चा एवं स्पष्टीकरण-ताकि गूंजे किलकारी हर आंगन में
बाँझपन झेल रहा दम्पति को मनोवैज्ञानिक सलाह (Psychological Counseling) देना जरुरी है | डॉक्टर उनसे बात करके समस्या को समझते है, हर नि:संतान दम्पति में नि:सन्तानता के कारण अलग-अलग होते है | इसलिए पति-पत्नी दोनों की फर्टिलिटी की जाँच की जाती है ताकि कारणों का पता लगाकर इलाज शुरू किया जा सके |
डॉक्टर फ़ीस जिसमे पुरानी रिपोर्टस देखना, परामर्श, आईवीएफ प्रक्रिया शुरू करने से पहले पति-पत्नी दोनों की जाँच, ऑपरेशन थियटर, एम्ब्रियोलोजी लैब, एम्ब्रीयोलॉजिस्ट, गाइनेकॉलोजिस्ट, अल्ट्रासाऊंड, वार्ड आदि का शुल्क शामिल है |
मेडिसिन एवं इंजेक्शन का खर्चा
आईवीएफ प्रक्रिआ में महिला के अंडाशय में सामान्य से अधिक अंडे बनाने के लिए कुछ दिनों तक उसे करीब 10 -12 इंजेक्शन लगाये जाते है जिससे अंडे विकसित हो सकें | इसके बाद इन अंडो को महिला के शरीर से बाहर निकाल कर लैब में पति के शुक्राणुओं से निषेचित करवाया जाता है जिससे भ्रूण बन जाता है | भ्रूण को बाद में महिला के गर्भाशय में प्रत्यारोपित कर दिया जाता है जिससे गर्भधारण हो सके |
इन सभी को मिलाकर देखा जाए तो एक सामान्य आईवीएफ प्रक्रिया में लगभग 1.25 से 1.50 लाख रुपये तक का खर्चा होता है | अब ये आम आदमी के बजट में है |